युवाओं पर हो फोकस
वह दिन दूर नहीं जब एक बार फिर लोग अपने अधिकार, सम्मान तथा विकास के लिए जन आंदोलन करेंगे. आज की युवा पीढ़ी की सबसे बड़ी चिंता भविष्य को लेकर है. उनके भविष्य पर राजनेता राजनीतिक खेल खेलने से बाज नहीं आ रहे है. वे कहते हैं कि युवाओं के लिए बहुत कुछ लेकर आ […]
वह दिन दूर नहीं जब एक बार फिर लोग अपने अधिकार, सम्मान तथा विकास के लिए जन आंदोलन करेंगे. आज की युवा पीढ़ी की सबसे बड़ी चिंता भविष्य को लेकर है. उनके भविष्य पर राजनेता राजनीतिक खेल खेलने से बाज नहीं आ रहे है.
वे कहते हैं कि युवाओं के लिए बहुत कुछ लेकर आ रहे हैं, परंतु सवाल उठता है कब? आखिर कब वे युवाओं के समस्याओं का समाधान करेंगे? युवाओं में आत्महत्या की बढ़ती घटनाएं साबित कर रही हैं कि युवाओं को ध्यान में रख कर शुरू की गयी सरकार की सभी योजनाएं विफल हो रही हैं. जब युवाओं का भविष्य ही संकट में होगा, तो देश के उज्ज्वल भविष्य की कामना करना बेमानी होगी.
अत: सभी राजनीतिक दलों व नेताओं से आग्रह है कि वे बयानबाजी बंद कर युवाओं की समस्याओं पर ध्यान केंद्रित करें, तभी अपना देश विकसित देशों की श्रेणी में आ पायेगा.
मनी भूषण, इमेल से