असुरक्षित जेल
अपराधियों को जेल में रखने के पीछे एक तर्क यह भी है कि उसे अपने अपराध का पश्चाताप करने के अवसर के साथ-साथ सुधरने का अवसर मिलेंगे, लेकिन दिनोंदिन जेल की हालत खराब होती जा रही है. इस पर सरकार को विचार करना चाहिए, क्योंकि जेलों में तय क्षमता से ज्यादा कैदियों को रखा जा […]
अपराधियों को जेल में रखने के पीछे एक तर्क यह भी है कि उसे अपने अपराध का पश्चाताप करने के अवसर के साथ-साथ सुधरने का अवसर मिलेंगे, लेकिन दिनोंदिन जेल की हालत खराब होती जा रही है.
इस पर सरकार को विचार करना चाहिए, क्योंकि जेलों में तय क्षमता से ज्यादा कैदियों को रखा जा रहा है. ऐसे में अपराधियों में झड़प अथवा गैंगवार की खबरें आती है. अगर जेल में लोगों को सुधारने के मकसद से रखा जाता है, तो उन पर पूरी निगरानी और नजर रखी जानी चाहिए.
उत्तरप्रदेश के जेल में हत्या की घटना के बाद सवाल गंभीर हो गया है कि पुलिस की गिरफ्त में व्यक्ति सुरक्षित नहीं है, तो बाकी इलाकों में जनता का क्या हाल होगा? जेल के किसी कर्मचारियों की मदद के बिना इतनी बड़ी वारदात का होना असंभव है. ऐसे में सरकारों को जेल की सुरक्षा पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है.
महेश कुमार, इमेल से