न्यूज डिबेट में बिरहा दंगल

आलोक पुराणिक वरिष्ठ व्यंग्यकार जी सर, आपके टीवी चैनल न्यूज में हिंसा हो रही है. किसी को मौलाना मार रहे हैं, तो किसी की दाढ़ी नोची जा रही है. यह हो क्या रहा है. एक्शन हो रहा है. टीवी पर एक्शन होते रहना चाहिए. जी सर, पर एक्शन का मतलब हिंसा तो नहीं है. एक्शन […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 23, 2018 2:35 AM
आलोक पुराणिक
वरिष्ठ व्यंग्यकार
जी सर, आपके टीवी चैनल न्यूज में हिंसा हो रही है. किसी को मौलाना मार रहे हैं, तो किसी की दाढ़ी नोची जा रही है. यह हो क्या रहा है.
एक्शन हो रहा है. टीवी पर एक्शन होते रहना चाहिए.
जी सर, पर एक्शन का मतलब हिंसा तो नहीं है. एक्शन का मतलब और भी बहुत कुछ होता है. एक्शन का मतलब बाबा राम रहीम की गुफा भी थी. किम जोंग के बम भी एक्शन मचाते हैं. हम बाबा राम रहीम और बम दिखाते हैं, तब भी सब कहते हैं कि क्या दिखा रहे हैं. अब किम जोंग के बम देख लो या मौलाना के हाथों पिटाई देख लो. इससे भी मन न भर रहा हो, तो फिर राम रहीम की गुफा दिखा दें. अभी बरसात चल रही है- गांधी रोड के खुले मेनहोल में बंद भूत की स्टोरी दिखा दें क्या? बरसों पहले एक बंदा खुले मेनहोल में बह गया था, वह निबट लिया था और भूत बन गया था.
यह स्टोरी दिखा दें टीवी पर, तो आप कहोगे कि क्या भूत-प्रेत दिखा रहे हो? इससे भी मन न भरे, तो कल तो हमने टीवी पर नेताओं की डिबेट दिखायी थी. भूत, मौलाना की पिटाई, नागिन या नेता, इतनी चाॅइस है, जिसका चाहे, उसका एक्शन देख लो.
जी सर, पर आप देखिए, ये इसमें सब हिंसा, अंट-शंट बातें हो रही हैं. कुछ अच्छा सकारात्मक दिखाइए न टीवी पर.
ओके फिर हम संगीत की ओर जा सकते हैं. हम नागिन माॅडल को पाॅलिटिकल डिबेट में ला सकते हैं, इसमें बहस म्यूजिकल हो जायेगी. डिबेट में एक पुरुष नेता बैठेगा और उसकी एंटी पार्टी की एक महिला नेता बैठेगी. फिर संगीत बजेगा इस धुन पर- मैं तेरी दुश्मन, दुश्मन तू मेरा, मैं नागिन तू सपेरा, जनम-जनम का तेरा-मेरा बैर, रब्बा खैर! इस धुन पर हम डांस करा देंगे, महिला नेता और पुरुष नेता वहीं स्टेज पर डांस मचा देंगे.
कोई पार्टी किसी सरकार से समर्थन से वापस ले रही है, तो हम धुन बजा देंगे- मेरा मन डोले, मेरा तन डोले, मेरे दिल का गया करार… म्यूजिकल धमाल हो जायेगा. प्राइम टाइम डिबेट भी हो जायेगी और संगीतमयी वातावरण भी बन जायेगा. कोई हिंसा नहीं होगी, कोई किसी को नहीं मारेगा. अगली बार आपको पाॅलिटिकल डिबेट का नागिन माॅडल दिखे टीवी पर तो इंज्वॉय कीजियेगा.
कमाल ही कर रहे हैं आप तो! पिटाई की शिकायत करो, तो आप नागिन धुन पर डांस करा रहे हैं. यह क्या है?
देखिए, हम हिंसा का समर्थन नहीं करते, पर संगीत का तो समर्थन करते हैं. हम बिरहा दंगल की भी सोच सकते हैं. बिरहा गायक बैठेंगे स्टूडियो में और अपनी बात को गाकर कहेंगे. सुपर हिट बिरहा दंगल रहेगा, किसी को कुर्सी का विरह है, किसी को धन का विरह है. हम हर राजनीतिक दल को सूचित कर देंगे कि आपके प्रवक्ता को बिरहा गाकर ही अपनी बात कहनी होगी. बिरहा म्यूजिकल के जरिये ही बयान दिये जायेंगे.
अरे! यह तो कतई नाॅनसेंस बातें हैं.
नाॅनसेंस लग रही हैं न ये बातें? फिर तो ये एकदमै पक्का हिट हो जायेंगी…

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