भारत की नयी उड़ान

कुछ ही दिन पहले देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 15 अगस्त को लाल किले से यह घोषणा की थी कि साल 2022 तक भारत अपना पहला मानव यान गगनयान अंतरिक्ष तक पहुंचायेगा और अपने इस सदियों पुराने सपने को साकार करेगा. अगर यह मिशन सफल रहा, तो भारत चीन, रूस, अमेरिका के बाद अंतरिक्ष […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 30, 2018 7:51 AM
कुछ ही दिन पहले देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 15 अगस्त को लाल किले से यह घोषणा की थी कि साल 2022 तक भारत अपना पहला मानव यान गगनयान अंतरिक्ष तक पहुंचायेगा और अपने इस सदियों पुराने सपने को साकार करेगा. अगर यह मिशन सफल रहा, तो भारत चीन, रूस, अमेरिका के बाद अंतरिक्ष में मानव भेजने वाला चौथा देश बन जायेगा.
इस मिशन को सफल बनाने की जिम्मेदारी भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) को दी गयी है, जिसने कुछ ही दिन पहले क्रू एस्केप सिस्टम, थर्मल प्रोटेक्शन सिस्टम जैसे प्रणालियों को विकसित कर यह साबित कर दिया है कि वह दिन दूर नहीं जब भारत भी अंतरिक्ष में नयी उड़ान भरेगा. इस पूरे मिशन की लागत कुल 10,000 करोड़ से कम बतायी जा रही है.
सोनल कुमार महतो, टालीगंज, कोलकाता

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