परीक्षा के समय कटती है बिजली
विनोबा भावे यूनिवर्सिटी द्वारा आयोजित की जा रही द्वितीय सेमेस्टर की परीक्षा और हजारीबाग तथा आसपास के शहरों में बिजली की खराब स्थिति, दोनों अपने चरम विंदु पर हैं. छात्रों पर परीक्षा का दबाव है. दूसरी ओर बिजली दिन में तो गायब रहती ही है, रात में भी आंखमिचौनी से बाज नहीं आती, जबकि इस […]
विनोबा भावे यूनिवर्सिटी द्वारा आयोजित की जा रही द्वितीय सेमेस्टर की परीक्षा और हजारीबाग तथा आसपास के शहरों में बिजली की खराब स्थिति, दोनों अपने चरम विंदु पर हैं. छात्रों पर परीक्षा का दबाव है.
दूसरी ओर बिजली दिन में तो गायब रहती ही है, रात में भी आंखमिचौनी से बाज नहीं आती, जबकि इस परीक्षा में सम्मिलित होने वाले अधिकांश छात्र यहां किराये के मकान में रहते हैं और उनके पास रोशनी के लिए बिजली के अलावा कोई अन्य साधन नहीं है. हो सकता है कि बिजली विभाग की भी कुछ मजबूरी होगी, लेकिन बिजली काटने का कम-से-कम समय तो वह तय करे, ताकि छात्र अपनी दिनचर्या और पढ़ाई का समय उसके अनुरूप तय कर सकें, लेकिन ऐसा नहीं किया जा रहा है.
जब मन होता है, बिजली काट दी जाती है. ऐसा लगता है, छात्रों की समस्याओं पर बिजली विभाग के अधिकारी गौर ही नहीं करते, जबकि एक वक्त वे भी छात्र जीवन की ऐसी ही परेशानियों से गुजरे होंगे. उनसे अपील है कि इस स्थिति में सुधर करें, ताकि हम छात्र अच्छा रिजल्ट कर सकें.
उत्सव रंजन, नीमा, हजारीबाग