यूट्यूब भी हो सेंसर बोर्ड की निगरानी में
आज गूगल जहां ज्ञान का खजाना है, वहीं यूट्यूब पर भी विद्यार्थियों को अच्छी और बेहतर चीजें पढ़ने को मिल रही है. लेकिन, यूट्यूब छात्रों के लिए धीरे-धीरे मजबूरी भी बनती जा रही है. आज छात्रों को ज्ञान के लिए कोचिंग का सहारा लेना होता है. कोचिंग के लिए उन्हें भारी-भरकम रकम चुकानी होती है. […]
आज गूगल जहां ज्ञान का खजाना है, वहीं यूट्यूब पर भी विद्यार्थियों को अच्छी और बेहतर चीजें पढ़ने को मिल रही है. लेकिन, यूट्यूब छात्रों के लिए धीरे-धीरे मजबूरी भी बनती जा रही है. आज छात्रों को ज्ञान के लिए कोचिंग का सहारा लेना होता है. कोचिंग के लिए उन्हें भारी-भरकम रकम चुकानी होती है. आज यूट्यूब पर कई कोचिंग के शिक्षकों के ट्यूटाेरियल्स मुफ्त में उपलब्ध हैं. इसके लिए छात्र लगातार यूट्यब के संपर्क में रहते हैं.
परंतु, यूट्यूब पर सेंसर बोर्ड की निगरानी नहीं होने के कारण वहां कुछ गलत वीडियो भी अपलोड किये जा रहे हैं. कुछ वीडियो ऐसे भी अपलोड किये जा रहे हैं, जिनमें गालियों की भरमार है. सेंसर बोर्ड को इस ओर ध्यान देते हुए कुछ ऐसी व्यवस्था करनी चाहिए कि यूट्यूब में स्वस्थ और स्वच्छ वीडियो ही अपलोड किये जा सकें.
टी मनु, इ-मेल से.