पारा शिक्षकों का गुस्सा जायज!
राज्य के हजारों पारा शिक्षक वर्षों से आंदोलनरत हैं. हाल के दिनों में उनका गुस्सा परवान चढ़ा हुआ है. हो भी क्यों नहीं, पिछले 17-18 वर्षों से वे सुदूर गावों में शिक्षा की अलख जगा रहे हैं. सर्व शिक्षा अभियान के तहत खुले विद्यालय आज भवन एवं संसाधन युक्त हो गये हैं, पर कुछ साल […]
By Prabhat Khabar Digital Desk |
September 13, 2018 2:44 AM
राज्य के हजारों पारा शिक्षक वर्षों से आंदोलनरत हैं. हाल के दिनों में उनका गुस्सा परवान चढ़ा हुआ है. हो भी क्यों नहीं, पिछले 17-18 वर्षों से वे सुदूर गावों में शिक्षा की अलख जगा रहे हैं. सर्व शिक्षा अभियान के तहत खुले विद्यालय आज भवन एवं संसाधन युक्त हो गये हैं, पर कुछ साल पहले तक पारा शिक्षक बिना संसाधन के पेड़ के नीचे बच्चों को बैठाकर अल्प मानदेय में पढ़ाते रहे हैं.
इस उम्मीद के साथ कि आनेवाले दिनों में सरकार जरूर नजरें इनायत करेगी. अधिकतर पारा शिक्षक किसी अन्य नौकरियों में जाने की उम्र भी गंवा चुके हैं. पारा शिक्षकों की सभी मांगें सरकार अगर पूरी नहीं कर सकती, तो बीच का रास्ता तो जरूर निकालना चाहिए. सरकार इस बात को समझे कि वे बेगाने नहीं हैं बल्कि झारखंड के आदिवासी और मूलवासी हैं. समस्याओं का समाधान नहीं होने से वे हीन भावना के शिकार हो रहे हैं.
युगल किशोर पंडित, ताराटांड़, गिरिडीह
कुक का कीर्तिमान
भारत और इंगलैंड के बीच पांच टेस्टों की शृंखला समाप्त हो गयी. ओवल का अंतिम टेस्ट अविस्मरणीय हो गया. भारत इस टेस्ट में भले ही हार गया, लेकिन भारतीय टीम का प्रदर्शन इस टेस्ट में सराहनीय रहा. दूसरी पारी में लोकेश राहुलऔर ऋषभ पंत ने एक समय जीत की उम्मीद जगा दी थी. इंगलैंड के पूर्व कप्तान एलिस्टर कुक के लिए यह टेस्ट यादगार हो गया. कुक उन विशेष खिलाड़ियों में शामिल हो गये हैं जिन्होंने जीवन के प्रथम और आखिरी टेस्ट में शतक बनाया हो.
संयोगवश कुक ने अपना पहला टेस्ट भी भारत के खिलाफ खेलते हुए शतक जड़ा था।भारत के खिलाफ ही अंतिम टेस्ट के खेलते हुए कुक ने दोनों पारियों में शानदार बल्लेबाजी की. कुक जैसे बल्लेबाज क्रिकेट दुनिया में बहुत कम आते हैं.
अनित कुमार राय, बाघमारा, धनबाद.
महंगाई या ऑफर
एक ओर जहां पेट्रोल और डीजल की बढ़ती कीमतों ने तमाम शहरों में बंद की स्थिति बना दी है, वहीं मध्यप्रदेश में पेट्रोल पंप के मालिक पेट्रोल एवं डीजल की बिक्री बढ़ाने के लिए अजब-गजब के ऑफर पेश कर रहे हैं. 100 लीटर डीजल खरीदने वाले को चाय नाश्ता फ्री, 5000 लीटर खरीदने वाले को मोबाइल, साइकिल और कलाई घड़ी, 15000 लीटर खरीदने वाले को अलमारी, सोफा सेट व 100 ग्राम के चांदी के सिक्के, 25000 लीटर खरीदने वाले को ऑटोमेटिक वाशिंग मशीन, 50000 लीटर खरीदने वाले को एसी या एक लैपटॉप तथा 100000 लीटर खरीदने वाले को एक स्कूटर या एक बाइक फ्री में दिया जायेगा.
दरअसल मध्य प्रदेश के मुकाबले इसके पड़ोसी राज्य में पेट्रोलियम पदार्थों की कीमत काफी कम है. मध्यप्रदेश में सबसे ज्यादा वैट लगता है. फलस्वरूप ट्रक और काॅमर्शियल गाड़ियां मध्यप्रदेश में डीजल न भरवाकर बॉर्डर पर डीजल भरवा रहे हैं.
संतोष कुमार, करौं