क्या बैंकों में भी सुरक्षित नहीं हमारे पैसे
अब तक भोले-भाले लोगों को किसी अजनबी द्वारा अपनी बातों में लाकर उनसे एटीएम पासवर्ड व ओटीपी मालूम कर, एकाउंट से लाखों रुपये उड़ा देने की घटना कई बार सुनी होगी. साइबर क्राइम के लिए जामताड़ा काफी दिनों से बदनाम है. उन शातिरों से बचने के लिए लोगों को यह कह कर जागरूक भी किया […]
अब तक भोले-भाले लोगों को किसी अजनबी द्वारा अपनी बातों में लाकर उनसे एटीएम पासवर्ड व ओटीपी मालूम कर, एकाउंट से लाखों रुपये उड़ा देने की घटना कई बार सुनी होगी. साइबर क्राइम के लिए जामताड़ा काफी दिनों से बदनाम है.
उन शातिरों से बचने के लिए लोगों को यह कह कर जागरूक भी किया जा रहा है कि आप किसी अनजान से अपने बैंक संबंधी जानकारी बिल्कुल साझा न करें, ताकि आप कभी उनके जाल में न फंसे. लेकिन अगर बिना किसी काॅल के, बिना किसी को ओटीपी या पासवर्ड बताये आपके एकाउंट से लाखों की निकासी हो जाये, तो आप इसे क्या कहेंगे?
जी हां, ऐसी ही घटना घटी है कास्टर टाउन, देवघर निवासी एक मेडिकल रिप्रेजेंटेटिव के साथ. उनके एकाउंट से 1,62,050 रुपये की अवैध तरीके से निकासी कर ली गयी. इस संबंध में साइबर थाने में लिखित शिकायत दी गयी है. ऐसे में सवाल उठता है कि सुरक्षा के तरह-तरह के वादे करने वाली बैंकिंग कंपनियां पैसों की सुरक्षा को लेकर कितनी चिंतित है?
शशि शेखर बल, देवघर