हजारीबाग शहर में एक बार फिर मोबाइल छिनतई गिरोह के लोग सक्रिय हो गये हैं. ये एेसे चोर हैं, जिनका काम करने का तरीका ही कुछ अलग है. इनका ध्यान राह चलते व्यक्ति पर रहता है. ये बिना नंबर की बाइक पर तीन की संख्या में सवार होते हैं. पहला व्यक्ति बाइक संभालता है, दूसरा मोबाइल झपटता है और तीसरा माहौल देखता है.
मौका मिलते ही गिरोह मोबाइल या चेन झपट कर फरार हो जाता है. प्रशासन को भनक तक नहीं लगती. बिना किसी भय के बड़ी आसानी से ये लोग इस तरह से कार्य को अंजाम देते ही रहते हैं, क्योंकि उन्हें पता है कि वे कभी पकड़े नहीं जायेंगे.
इसका जिम्मेदार यहां की कानून व्यवस्था है, लेकिन अगर प्रशासन ठान ले, तो इस गिरोह का अंत आसानी से हो सकता है. अभी तक प्रशासन की बेरुखी के बीच आम लोगों के पास यही उपाय बचा है कि वे सतर्क रहें.