यंत्र का इस्तेमाल मानव हित में हो, आश्रित न बनें
वॉरेन वफे, स्टीव जॉब्स, बिल गेट्स, मुकेश अंबानी, टॉम क्रूज अपने-अपने क्षेत्र में दुनिया के महान व्यक्ति हैं. वर्तमान के तकनीकी युग में इनके बारे में कहा जाता है कि ये लोग मोबाइल का इस्तेमाल नहीं करते तथा अपने बच्चों को भी मोबाइल, टीवी से दूर रखते हैं, जबकि देश के बहुसंख्य जन धड़ल्ले से […]
वॉरेन वफे, स्टीव जॉब्स, बिल गेट्स, मुकेश अंबानी, टॉम क्रूज अपने-अपने क्षेत्र में दुनिया के महान व्यक्ति हैं. वर्तमान के तकनीकी युग में इनके बारे में कहा जाता है कि ये लोग मोबाइल का इस्तेमाल नहीं करते तथा अपने बच्चों को भी मोबाइल, टीवी से दूर रखते हैं, जबकि देश के बहुसंख्य जन धड़ल्ले से मोबाइल का इस्तेमाल स्वयं तो करते ही हैं, अपने बच्चों के भी मोबाइल के इस्तेमाल पर नियंत्रण रख पाने की स्थिति में नहीं हैं.
बच्चों को और अभिभावकों को इन हस्तियों से सीख लेने की जरूरत है कि किस प्रकार न केवल मोबाइल और कंप्यूटर तकनीक के दुष्प्रभाव से बचा जाये, बल्कि समस्त प्रकार के तकनीक का न्यूनतम और सकारात्मक सहारा लेकर मानव शरीर और दिमाग का इस्तेमाल कर बेहतर सृजनात्मक कार्य किया जाये. गांधी जी का मानना था कि यंत्र का इस्तेमाल सीमित पैमाने पर व मानव हित में हो, न कि मानव यंत्र पर आश्रित हो जाये.
मिथिलेश कुमार, बलुआचक (भागलपुर)