अगर हम अपनी जीवनदायिनी नदियों और वातावरण को स्वच्छ देखना चाहते हैं, तो हम सब मिल कर यह प्रण लें कि सुबह से लेकर शाम तक प्रदूषणमुक्त चीजों का उपयोग करेंगे. अगर हम में से हर कोई यह छोटा सा काम करे, तो आपको कुछ दिनों में फर्क महसूस होने लगेगा.
उदाहरण के तौर पर, हमलोग पॉलीथीन और इससे बनी चीजों का इस्तेमाल करते हैं और काम हो जाने के बाद उसे जहां-तहां फेंक देते हैं. पॉलीथीन जहां जाती है, प्रदूषण ही फैलाती है. दूसरी बात है पानी, बिजली का समुचित उपयोग होना चाहिए. और, इन सबसे बढ़ कर यह कि प्राकृतिक चीजों का उपयोग करें.
इससे बहुत हद तक वातावरण स्वच्छ रहेगा और हमलोग स्वस्थ रह सकेंगे. अगर इन छोटी-छोटी चीजों पर ध्यान नहीं दिया गया, तो हम लोग उस अंधेरे में चले जायेंगे, जहां से कभी बाहर निकलना मुमकिन नहीं होगा.
देवाशीष कु शर्मा, ई-मेल से