जी-20 देशों में भारत की सफलता

13वें जी-20 शिखर सम्मेलन भारत के लिए सफल कहा जा सकता है. आजादी के 75 साल पूरे होने पर 2022 में जी-20 शिखर सम्मेलन की मेजबानी करने का पहली बार भारत को मौका मिलेगा. जी-20 देशों के शिखर सम्मेलन की मेजबानी मिलना विश्व में भारत की बढ़ती ताकत को इंगित करता है. इस दौरान मोदी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 4, 2018 5:07 AM
13वें जी-20 शिखर सम्मेलन भारत के लिए सफल कहा जा सकता है. आजादी के 75 साल पूरे होने पर 2022 में जी-20 शिखर सम्मेलन की मेजबानी करने का पहली बार भारत को मौका मिलेगा. जी-20 देशों के शिखर सम्मेलन की मेजबानी मिलना विश्व में भारत की बढ़ती ताकत को इंगित करता है. इस दौरान मोदी ने भारत और सऊदी अरब के आपसी संबंध को ओर मजबूत करके कच्चे तेल के दाम को स्थिर करके एक सार्थक वार्ता की.
जी-20 समिट के दौरान पीएम मोदी की अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप, जापान के प्रधानमंत्री शिंजो अबे के साथ पहली त्रिपक्षीय मुलाकात को JAI नाम देकर विजयी का पाठ पढाकर एक अच्छा संदेश दिया. वहीं, प्रधानमंत्री मोदी ने भगोड़े आर्थिक अपराधियों की समस्या से निबटने के लिए नौ सूत्री कार्य योजना के महत्व की ओर ध्यान दिलाकर एक सराहनीय कार्य किया.
मुकेश शेषमा, झुंझुनू (राजस्थान)

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