लोकतंत्र अमर है
पांच राज्यों के चुनाव परिणामों ने उन लोगों पर प्रहार किया है, जिन लोगों ने खुद को अपराजेय घोषित कर दिया था. लोकतंत्र में चुनाव-दर- चुनाव दृश्य बदलते हैं और जनता परिस्थितियों के आधार पर अपने विवेक से मत का प्रयोग कर सत्ता परिवर्तन करने का काम करती है. लोकतंत्र में अपराजेय होना असंभव है. […]
पांच राज्यों के चुनाव परिणामों ने उन लोगों पर प्रहार किया है, जिन लोगों ने खुद को अपराजेय घोषित कर दिया था. लोकतंत्र में चुनाव-दर- चुनाव दृश्य बदलते हैं और जनता परिस्थितियों के आधार पर अपने विवेक से मत का प्रयोग कर सत्ता परिवर्तन करने का काम करती है.
लोकतंत्र में अपराजेय होना असंभव है. हां, यह हो सकता है कि कुछ समय के लिए कोई बरकरार रह सकता है, परंतु अनंत काल के लिए नहीं. सरकारें आयेंगी और जायेंगी, पर लोकतंत्र अमर है, यह हमेशा बरकरार रहेगा और लोकतंत्र का असल मायने भी यही है कि जनता अपने हित अनुसार समय-समय पर सत्ता परिवर्तन करे.
शादाब अफजल, चंद्रपुरा