हिंदी के अच्छे दिन आनेवाले हैं
देश में 16वीं लोकसभा के आरंभ में नव-निर्वाचित सदस्यों द्वारा हिंदी व संस्कृत में शपथ लेने की तारीफ पूरे देश में हो रही है. यह हर्ष का विषय है कि हमारे सांसदों ने हिंदी को सम्मान देने की कोशिश की. खास बात यह भी है कि दक्षिण भारत सहित अन्य कई क्षेत्रीय पार्टियों के नेताओं […]
देश में 16वीं लोकसभा के आरंभ में नव-निर्वाचित सदस्यों द्वारा हिंदी व संस्कृत में शपथ लेने की तारीफ पूरे देश में हो रही है. यह हर्ष का विषय है कि हमारे सांसदों ने हिंदी को सम्मान देने की कोशिश की. खास बात यह भी है कि दक्षिण भारत सहित अन्य कई क्षेत्रीय पार्टियों के नेताओं ने भी हिंदी में ही शपथ ली, जो कभी हिंदी से दूर भागते हुए अंगरेजी का धड़ल्ले से इस्तेमाल करते थे.
इसी बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी अपने हिंदी-प्रेम को जाहिर करते हुए यह निर्णय लिया कि वह देश में हों या विदेश में, जनता और नेताओं के साथ हिंदी में ही संवाद करेंगे. इसका ताजा उदाहरण प्रधानमंत्री ने अपनी भूटान यात्रा के दौरान हिंदी बोल कर पेश किया. नेताओं के इस हिंदी-प्रेम को देख कर ऐसा प्रतीत हो रहा है कि अब हिंदी के भी अच्छे दिन आने वाले हैं, हिंदी के दिन बहुरने वाले हैं!
विवेकानंद विमल, मधुपुर