झूठ के सहारे !
वैसे तो सभी पार्टियां लगभग एक जैसी हैं, जो सिर्फ सत्ता और सुख के लिए लालायित रहती हैं. सच्ची जनसेवा तो बहुत कठिन है. डाॅ राजेंद्र प्रसाद, सरदार पटेल, लाल बहादुर शास्त्री, चौधरी चरण सिंह, देवीलाल, कर्पूरी ठाकुर और बाद में डाॅ एपीजे अब्दुल कलाम एवं वाजपेयी जी जैसे सच्चे नेता कहां हैं? आज नेता […]
वैसे तो सभी पार्टियां लगभग एक जैसी हैं, जो सिर्फ सत्ता और सुख के लिए लालायित रहती हैं. सच्ची जनसेवा तो बहुत कठिन है. डाॅ राजेंद्र प्रसाद, सरदार पटेल, लाल बहादुर शास्त्री, चौधरी चरण सिंह, देवीलाल, कर्पूरी ठाकुर और बाद में डाॅ एपीजे अब्दुल कलाम एवं वाजपेयी जी जैसे सच्चे नेता कहां हैं?
आज नेता और नौकरशाह सुख और सत्ता के लिए किस कदर और कितने भूखे हैं, यह सबके सामने है. कांग्रेस ने पिछले बीस सालों में किसानों के लिए क्या किया, जो आज कर्ज माफी के वायदे कर रही है? कुछ माह पूर्व कर्नाटक में कांग्रेस समर्थित सरकार बनते ही किसानों के कर्ज माफ किये गये, जो अभी तक धरातल पर ही नहीं उतर पाये हैं. इसी तरह अन्य राज्यों में भी क्या होगा, इसका सहज अंदाज लगाया जा सकता है.
ऐसा लगता है कि कांग्रेस अब महज झूठ के जहाज की सवारी कर सत्ता पाने के लिए बेचैन है. वहीं, दूसरी ओर जुमला वाले भी कुछ ठोस कर नहीं कर पा रहे हैं. देश में बेरोजगारी ही सबसे बड़ी समस्या है और इसके लिए कुछ भी तो नहीं हो रहा.
वेद मामूरपुर, नरेला