देश में राम मंदिर की तेज होती हवा और तमाम प्रयासों के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को साफ कर दिया कि राम मंदिर बनाने के लिए सरकार का अध्यादेश लाने का कोई इरादा नहीं है. इसके लिए पहले सुप्रीम कोर्ट में मामले की सुनवाई पूरी होनी जरूरी है. इसके बाद सरकार अपनी सारी जिम्मेदारी पूरी करने के लिए तैयार है. मोदी के इस बयान के बाद राम मंदिर को लेकर उठने वाली चर्चा थम जानी चाहिए. साल के पहले दिन दिये अपने इंटरव्यू में पीएम मोदी ने कई विवादों पर सरकार का पक्ष स्पष्ट कर आम चुनाव से पहले विपक्ष की धारा कम करने की कोशिश की है.
वे अपनी सरकार की उपलब्धियों से ज्यादा विवादित मुद्दों पर सरकार का पक्ष रखते हुए नजर आये. बहरहाल मोदी के इंटरव्यू के बाद पक्ष और विपक्ष की लड़ाई शुरू हो गयी है. अब इतना तो तय है कि इन तमाम दावों और विवादों का सच जनता जानना चाहती है.
अमन सिंह, बरेली