आज के आधुनिक युग में सोशल मीडिया पर समाज की निर्भरता ने एक बड़ी चुनौती खड़ी कर दी है. सोशल मीडिया का दुरुपयोग कर लोगों को ठगा जा रहा है, अफवाह फैलाये जा रहे हैं, मॉब लिंचिंग जैसी आपराधिक घटनाएं हो रही हैं.
अहम बात यह है कि प्रौद्योगिकी आधुनिकता की इस दौड़ में छठी-सातवीं कक्षा से बच्चे सोशल मीडिया में रुचि रखने लगे हैं, जो कि इसके दुरुपयोग और दुष्प्रभाव से अनजान है, क्योंकि उन्हें बताने वाला कोई नहीं. राष्ट्र के सुरक्षित और उज्ज्वल भविष्य के लिए जरूरत है व्यापक स्तर पर सोशल मीडिया जागरूकता अभियान चलाने की, जिसमें सोशल मीडिया हैंडलिंग के साथ इसके सदुपयोग, दुरुपयोग से अवगत कराया जाये और इसकी शुरुआत विद्यालयों से हो तो परिणाम शत-प्रतिशत सकारात्मक रूप से प्रभावी होगा.
हर्षवर्धन सिंह, मशरक (छपरा)