सिपाहियों का सही सम्मान
इस बार दिल्ली के गणतंत्र दिवस समारोह में परेड में आजाद हिंद फौज के सिपाहियों का शामिल होना गौरवपूर्ण था. यह न केवल उनका सम्मान है, बल्कि उनको सम्मान देकर हम खुद भी सम्मानित हो रहे हैं. पहली बार इन सैनिकों को परेड में शामिल करना बहुत ही सराहनीय है. 90 वर्ष की उम्र में […]
इस बार दिल्ली के गणतंत्र दिवस समारोह में परेड में आजाद हिंद फौज के सिपाहियों का शामिल होना गौरवपूर्ण था. यह न केवल उनका सम्मान है, बल्कि उनको सम्मान देकर हम खुद भी सम्मानित हो रहे हैं.
पहली बार इन सैनिकों को परेड में शामिल करना बहुत ही सराहनीय है. 90 वर्ष की उम्र में पहुंचने के बाद यह सम्मान मिलना सचमुच उनके लिए बहुत ही गौरव की बात है. कुछ सैनिक तो चलने -फिरने में असमर्थ होने के कारण शामिल भी नहीं हो पाये. हमने देर ही इतनी कर दी.
खैर, कभी न होने से देर से ही सही. स्वतंत्रता के लिए इतनी जद्दोजहद करने वालों को यह सम्मान तो मिलनी ही चाहिए थी. केंद्र की सरकार को इस निर्णय के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद.
सीमा साही, बोकारो