बड़े नाम या बड़े काम

अभी कुछ दिनों पहले ही कांग्रेस ने प्रियंका गांधी वाड्रा को पूर्वी उत्तरप्रदेश का प्रभारी बनाते हुए पार्टी के महासचिव पद की जिम्मेदारी सौंपी है जिससे राजनीति में एक बार फिर हलचल तेज हो गयी है. कोई इसे कांग्रेस का चुनावी दांव तो कोई मास्टर स्ट्राेक कह रहा है. परंतु बड़ा सवाल यह है कि […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 28, 2019 7:39 AM
अभी कुछ दिनों पहले ही कांग्रेस ने प्रियंका गांधी वाड्रा को पूर्वी उत्तरप्रदेश का प्रभारी बनाते हुए पार्टी के महासचिव पद की जिम्मेदारी सौंपी है जिससे राजनीति में एक बार फिर हलचल तेज हो गयी है.
कोई इसे कांग्रेस का चुनावी दांव तो कोई मास्टर स्ट्राेक कह रहा है. परंतु बड़ा सवाल यह है कि क्या बड़े नाम या बड़े चेहरे उतारने मात्र से ही वोट मिल जायेगा ? क्योंकि आज जनता बड़े नाम से नहीं बल्कि काम को देखकर वोट देती है.
यह बात सही है कि प्रियंका गांधी वाड्रा को नेतृत्व के गुणों से सकुशल माना जाता है और उनमें इंदिरा गांधी की झलक मिलती हो, परंतु कांग्रेस को बड़े नाम या चेहरे के साथ विकास की अपनी भावी रणनीति के बारे में भी लोगों को बताना होगा.
बीजेपी को कड़ी टक्कर देने का उनका यह प्रयास है, परंतु इसके साथ- साथ जनता का विश्वास जीतने के बारे में कांग्रेस को अवश्य विचार करना चाहिए अन्यथा उनका यह दांव भी मोदी को हराने के लिए काफी साबित नहीं होगा है.
शुभम गुप्ता, नावागढ़, धनबाद

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