नाराजगी और खुशी !
यूपी में किसानों के गन्ने की अदायगी का न होना, केंद्रीय विद्यालयों के कर्मचारियों और शिक्षकों के वेतन आयोग के एरियर की अदायगी न होना, डीडीए की सड़कों और पार्कों आदि की स्थिति का बेहद खराब होना, एमसीडी के कर्मचारियों के वेतन आदि का समय पर न मिलना, विभागों में लाखों रिक्त पदों का न […]
यूपी में किसानों के गन्ने की अदायगी का न होना, केंद्रीय विद्यालयों के कर्मचारियों और शिक्षकों के वेतन आयोग के एरियर की अदायगी न होना, डीडीए की सड़कों और पार्कों आदि की स्थिति का बेहद खराब होना, एमसीडी के कर्मचारियों के वेतन आदि का समय पर न मिलना, विभागों में लाखों रिक्त पदों का न भरना और अपराध का निरंतर बढ़ना आदि अनेक बातें हैं जिससे जनता नाराज है.
लेकिन दूसरी ओर देश में स्वच्छता अभियान, गरीब परिवारों को रसोई गैस, सेना के लिए वन रैंक वन पेंशन, सस्ते ऋण, अच्छे राजमार्गों और समुद्री मार्गों का निर्माण,अच्छी विदेश नीति, पड़ोसी देशों से मित्रता की पहल, गरीब सवर्णों को आरक्षण और किसानों को कुछ आर्थिक सहायता आदि अनेक अच्छे कार्यों से जनता कुछ खुश भी है. अब चुनाव में जनता किसको प्राथमिकता देगी, यह देखना रह गया है.
वेद मामूरपुर, नरेला