जनता में है बदले की आग
14 फरवरी को पुलवामा में 40 जवानों ने अपनी शहादत से देशवासियों को कर्जदार बना दिया है. यकीनन यह खबर सुन कर खून के आंसू नहीं रुक रहे. जनता में अाक्रोश की लहर है. जम्मू के अलावा देश के लगभग सभी राज्यों के विभिन्न शहरों में विद्यार्थियों, आम जनता, पूर्व सैनिकों ने सड़कों पर उतर […]
14 फरवरी को पुलवामा में 40 जवानों ने अपनी शहादत से देशवासियों को कर्जदार बना दिया है. यकीनन यह खबर सुन कर खून के आंसू नहीं रुक रहे.
जनता में अाक्रोश की लहर है. जम्मू के अलावा देश के लगभग सभी राज्यों के विभिन्न शहरों में विद्यार्थियों, आम जनता, पूर्व सैनिकों ने सड़कों पर उतर कर इस आतंकी घटना के खिलाफ रोष जाहिर किया. लोगों में इस घटना में शहीद होने वाले सैनिकों के परिजनों के प्रति सहानुभूति है, तो वहीं उनमें बदले की भावना उबल रही है. इस आतंकी हमले के बाद से पूरे विश्व में आतंकी संगठनों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग एक बार फिर से उठ रही है.
सरकार को अब शांति एवं सब्र का दामन छोड़ कर इस मसले का स्थायी समाधान निकालने की कोशिश करनी चाहिए, ताकि देश का जवान इन आतंकियों की कायराना हरकत का शिकार न हो.
अमजद रजा, वासेपुर, धनबाद