सरकार सेना को उपलब्ध कराये बुलेट प्रूफ जैकेट्स
सेना ने करीब एक दशक पहले हल्की और ज्यादा सेफ्टी देने वाली मॉड्युलर बुलेट प्रूफ जैकेट्स की मांग रखी थी और छह साल पहले सरकार ने प्रपोजल को हरी झंडी भी दे दिया था. मगर अब तक सेना को ये जैकेट्स अब तक नहीं मिले. किसी ऑपरेशन के दौरान जवानों के सिर, गले, छाती और […]
सेना ने करीब एक दशक पहले हल्की और ज्यादा सेफ्टी देने वाली मॉड्युलर बुलेट प्रूफ जैकेट्स की मांग रखी थी और छह साल पहले सरकार ने प्रपोजल को हरी झंडी भी दे दिया था. मगर अब तक सेना को ये जैकेट्स अब तक नहीं मिले.
किसी ऑपरेशन के दौरान जवानों के सिर, गले, छाती और कमर वगैरह को बचाने के लिए इन स्पेशल जैकेट्स के साथ बुलेटप्रूफ हेलमेट्स की भी जरूरत है. अक्तूबर, 2009 में डिफेंस अक्वीजिशन काउंसिल ने इस तरह से 186138 जैकेट्स लेने के लिए क्लियरेंस दी थी. सेना को इस तरह के 353765 जैकेट्स की जरूरत है.
पुराने भारी जैकेट से जवानों को सुरक्षा भी सही से नहीं मिल रही. मामले की संगीनता को समझते हुए सरकार जल्द से जल्द जवानों को नये व आधुनिक तकनीकों से लैस सुरक्षा जैकेट्स व हेलमेट्स मुहैया कराये.
अरशद जमील, अंधराठाढ़ी (मधुबनी)