पक्षियों को प्यास बुझाने के लिए बालकनी में रखें पानी
उत्तर बिहार प्राकृतिक रूप से संपन्न क्षेत्र है. यहां हर साल लाखों प्रवासी पक्षी आते हैं, जिसकी देखरेख वन विभाग द्वारा की जाती है. पटना चिड़िया घर पक्षियों के संरक्षण देने में अव्वल है, पर हाल में बर्ड फ्लू सबको चिंता में डाल दिया था. अब मौसम में लगातार बढ़ोतरी होती जायेगी तथा प्यासी पक्षियां […]
उत्तर बिहार प्राकृतिक रूप से संपन्न क्षेत्र है. यहां हर साल लाखों प्रवासी पक्षी आते हैं, जिसकी देखरेख वन विभाग द्वारा की जाती है. पटना चिड़िया घर पक्षियों के संरक्षण देने में अव्वल है, पर हाल में बर्ड फ्लू सबको चिंता में डाल दिया था. अब मौसम में लगातार बढ़ोतरी होती जायेगी तथा प्यासी पक्षियां भटकतीं नजर आयेंगी.
इसलिए हम सबको अपने घर के आंगन, बालकनी में पानी की व्यवस्था करनी चाहिए, ताकि पक्षी उस पानी को पीकर प्यास बुझा सकें. पक्षियों पर कई वर्षों तक शोध करने वाले डॉ सलीम अली भी मानते हैं कि पक्षियों का जुड़ाव मौसम से होता है. हर मौसम में विशेष प्रवासी पक्षी नजर आते हैं तथा अवांछित कीट-पतंगों को खाकर जलवायु को शुद्ध बनाकर चले जाते हैं. इसलिए गर्मी आने में अब शेष दिन ही बचे हैं. ऐसे में पक्षियों को संरक्षण देने की आवश्यकता है.
नितेश कुमार सिन्हा, जानपुल चौक (मोतिहारी)