जल संरक्षण के लिए ठोस नीति बनाने की जरूरत

पर्यावरण में फैल रहे प्रदूषण के कारण मौसम में अनियमितता आयी है. इसके कारण समय पर बारिश नहीं हो रही है. इससे पेयजल का संकट उत्पन्न हो रहा है. जल स्तर गिर रहा है और बोरिंग फेल हो रहे हैं. इससे लोगों के सामने पीने के पानी का संकट खड़ा हो जाता है. इसको देखते […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 4, 2019 6:38 AM

पर्यावरण में फैल रहे प्रदूषण के कारण मौसम में अनियमितता आयी है. इसके कारण समय पर बारिश नहीं हो रही है. इससे पेयजल का संकट उत्पन्न हो रहा है. जल स्तर गिर रहा है और बोरिंग फेल हो रहे हैं.

इससे लोगों के सामने पीने के पानी का संकट खड़ा हो जाता है. इसको देखते हुए जल संरक्षण पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है. इसके लिए सरकार भी विशेष नीति बनाने की जरूरत है. देश में बढ़ता प्रदूषण भूमंडलीय तापक्रम में वृद्धि का मुख्य कारण है, जिसके कारण समय पर बारिश नहीं हो पाती है. सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों को इस गंभीर समस्या के प्रति मिलकर काम करने की जरूरत है. यदि बारिश के समय पानी की बर्बादी नहीं हो और उसको संरक्षित किया जाये, तो काफी हद तक जल संकट से निजात मिल सकता है.

अभिलाषा सिन्हा, बरबीघा (शेखपुरा)

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