कश्मीर का हल कश्मीरियों का दिल जीतकर ही होगा
किसी के घुटने में घाव हो जाए और ठीक होने का नाम ही न ले, तो क्या पैर को ही काटकर फेंक देना चाहिए. क्या यही इसका सही इलाज है? मुझे लगता है- नहीं. क्योंकि भारत के गृह मंत्रालय ने जो श्रीनगर-जम्मू हाईवे को सप्ताह में दो दिन, रविवार और बुधवार को 31 मई तक […]
किसी के घुटने में घाव हो जाए और ठीक होने का नाम ही न ले, तो क्या पैर को ही काटकर फेंक देना चाहिए. क्या यही इसका सही इलाज है?
मुझे लगता है- नहीं. क्योंकि भारत के गृह मंत्रालय ने जो श्रीनगर-जम्मू हाईवे को सप्ताह में दो दिन, रविवार और बुधवार को 31 मई तक के लिए बंद करने का निर्णय लिया है, वह किसी भी दृष्टिकोण से तर्कसंगत नहीं है. 274 किलोमीटर लंबे इस राजमार्ग से प्रतिदिन हजारों की संख्या में आम नागरिक, शेष भारत से ट्रकों के द्वारा आवश्यक सामान आता-जाता है.
नागरिकों और ट्रांसपोर्टरों को कितनी कठिनाई का सामना करना पड़ेगा? बुधवार और रविवार को जो जहां तक पंहुचा है, उसके बाद उसे 24 घंटे के लिया जहां का तहां खड़ा हो जाना पड़ेगा? कश्मीर समस्या का हल बिना कश्मीरियों के दिल जीते नहीं हो सकता.
जंग बहादुर सिंह , गोलपहाड़ी,जमशेदपुर