विवादित बयान देनेवालों को अयोग्य करार दे आयोग
लोकतंत्र के इस महापर्व में जिस प्रकार नेताओं के जुबान फिसल रहे हैं, वाकई सोचनीय व निंदनीय है. नेताओं को अपनी वाणी पर नियंत्रण रखना चाहिए. उन्हें यह सोचना चाहिए कि जनता के बीच वे अपनी कैसी छवि दिखा रहे हैं. वोट की राजनीति में हद पार करना कहीं से भी उचित नहीं कहा जा […]
लोकतंत्र के इस महापर्व में जिस प्रकार नेताओं के जुबान फिसल रहे हैं, वाकई सोचनीय व निंदनीय है. नेताओं को अपनी वाणी पर नियंत्रण रखना चाहिए.
उन्हें यह सोचना चाहिए कि जनता के बीच वे अपनी कैसी छवि दिखा रहे हैं. वोट की राजनीति में हद पार करना कहीं से भी उचित नहीं कहा जा सकता. भारत लोकतांत्रिक के साथ एक धर्म निरपेक्ष राष्ट्र भी है.
यहां सभी को समान अधिकार है. चुनाव आयोग को भी विवादित भाषणों पर अंकुश लगाने के लिए कठोर कार्रवाई करनी चाहिए. समाज को बांटने वाले भाषण देनेवाले नेताओं से जनता को भी दूरी बनानी चाहिए. चुनाव आयोग को तो चाहिए कि जो भी नेता विवादित बयान देते हैं, उन्हें किसी भी तरह के चुनाव लड़ने से अयोग्य करार कर दे, ताकि नेताओं की वाणी में संयम आये.
प्रीति सिंह, दानापुर (पटना)