ऐसे ही सुधार संभव

नयी सरकार की सख्ती अब मंत्रलयों तक पहुंच रही है. सूचना और प्रसारण मंत्री प्रकाश जावडेकर ने अभी अपने एक औचक निरीक्षण में लगभग 200 कर्मचारियों और अधिकारियों को नदारद पाया. ऐसे 70 लोगों को छुट्टी पर भेज कर बाकी को चेतावनी दी गयी. इससे पूर्व वेंकैया नायडू ने भी अपने औचक निरीक्षण में भी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 9, 2014 5:14 AM

नयी सरकार की सख्ती अब मंत्रलयों तक पहुंच रही है. सूचना और प्रसारण मंत्री प्रकाश जावडेकर ने अभी अपने एक औचक निरीक्षण में लगभग 200 कर्मचारियों और अधिकारियों को नदारद पाया. ऐसे 70 लोगों को छुट्टी पर भेज कर बाकी को चेतावनी दी गयी. इससे पूर्व वेंकैया नायडू ने भी अपने औचक निरीक्षण में भी ऐसा ही पाये जाने के साथ बुरी तरह बिखरे सामान को भी ठीक करने के भी निर्देश दिये हैं.

सही है कि बिना त्याग-तपस्या और दबाव के कुछ नहीं मिलता. वास्तव में आज सभी नेता और नौकरशाहों को अपने एसी कमरों से निकल कर अपने कर्मचारियों के कार्य की दैनिक जांच करनी जरूरी है जिसके लिए इन्हें अच्छे वेतन मिलते हैं, तभी कुछ सुधार संभव है. देसी कहावत है कि मरे बिना स्वर्ग नहीं मिलता. यह कार्य महज दिखावे के लिए नहीं, बल्कि असल में होना जरूरी है.

वेद प्रकाश, दिल्ली

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