चुनाव सभाओं में वास्तविक मुद्दों से भटक रहे राजनेता
देश में फिलहाल लोकसभा चुनाव का दौर चल रहा है, जिसमें राजनीतिक दलों के द्वारा चुनाव प्रचार के दौरान शब्दों के सबसे अमर्यादित भाषा का इस्तेमाल किया जा रहा है. इन मामलों में सुप्रीम कोर्ट के दखल के बाद चुनाव आयोग हरकत में आया और आनन-फानन में कुछ नेताओं पर कुछ घंटों के लिए चुनाव […]
देश में फिलहाल लोकसभा चुनाव का दौर चल रहा है, जिसमें राजनीतिक दलों के द्वारा चुनाव प्रचार के दौरान शब्दों के सबसे अमर्यादित भाषा का इस्तेमाल किया जा रहा है.
इन मामलों में सुप्रीम कोर्ट के दखल के बाद चुनाव आयोग हरकत में आया और आनन-फानन में कुछ नेताओं पर कुछ घंटों के लिए चुनाव प्रचार पर प्रतिबंध लगाकर अपने कर्तव्य की इतिश्री कर ली. जबकि चुनाव आयोग को सख्त कार्रवाई करनी चाहिए थी. राजनेताओं को भी समझना चाहिए कि जनता मौन है, पर सब कुछ समझती है. वास्तविक मुद्दों से जनता को भटका कर सद्भाव बिगाड़ने के राजनेताओं के मंसूबे कभी पूरे नहीं होंगे.
नितेश कुमार सिन्हा, जानपुल चौक (मोतिहारी)