अरुंधति रॉय का विवादित बयान
विवादित बयान देकर लोकप्रियता हासिल करना हमारे देश में पहले भी होता रहा है, लेकिन इसके लिए महापुरु षों के नाम का इस्तेमाल करना यह दुर्भाग्यपूर्ण है. ऐसा ही कुछ बयान बुकर अवॉर्ड से सम्मानित लेखिका अरुंधति रॉय ने दिया है. अरुंधति रॉय महात्मा गांधी पर जातिवादी होने का आरोप पहले भी लगा चुकी हैं, […]
विवादित बयान देकर लोकप्रियता हासिल करना हमारे देश में पहले भी होता रहा है, लेकिन इसके लिए महापुरु षों के नाम का इस्तेमाल करना यह दुर्भाग्यपूर्ण है. ऐसा ही कुछ बयान बुकर अवॉर्ड से सम्मानित लेखिका अरुंधति रॉय ने दिया है.
अरुंधति रॉय महात्मा गांधी पर जातिवादी होने का आरोप पहले भी लगा चुकी हैं, लेकिन इस बार उन्होंने मांग कर दी कि जिन संस्थानों के नाम महात्मा गांधी के नाम पर रखे गये हैं उनका नाम बदल दिया जाये. महात्मा गांधी को जातिवादी कहना न सिर्फ ओछी मानसिकता का द्योतक है, बल्कि यह भी बताता है कि अरुंधति रॉय गांधीजी के दर्शन को समझ ही नहीं पायी हैं.
हमारे देश में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता सबको है, लेकिन अगर कोई इस आजादी का दुरु पयोग सस्ती लोकप्रियता के लिए करना चाहता है तो यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है.
आकाश कुमार, रातू रोड, रांची