सतर्क विपक्ष की भूमिका निभाये कांग्रेस
हाल के आम चुनाव में कांग्रेस की हार हुई, परंतु आज भी उसकी साख खत्म नहीं हुई है. आज भी साधारण जनता के मन में नेहरू-गांधी परिवार के लोगों के लिए आदर की भावना है.कांग्रेस तथा भाजपा की राजनीतिक तथा आर्थिक नीतियों में मामूली-सा अंतर है. इसलिए अब कांग्रेस को एक सुदृढ़ एवं जुझारू विपक्षी […]
हाल के आम चुनाव में कांग्रेस की हार हुई, परंतु आज भी उसकी साख खत्म नहीं हुई है. आज भी साधारण जनता के मन में नेहरू-गांधी परिवार के लोगों के लिए आदर की भावना है.कांग्रेस तथा भाजपा की राजनीतिक तथा आर्थिक नीतियों में मामूली-सा अंतर है. इसलिए अब कांग्रेस को एक सुदृढ़ एवं जुझारू विपक्षी दल का रूप अपनाना होगा, जहां नीतियां जन-विरोधी हों, वहां वह भाजपा का डट कर विरोध करे. इसके साथ ही उसे भाजपा के ठीक काम की प्रशंसा भी करनी चाहिए. हाल ही में इराक से भारतीयों की वापसी पर कांग्रेस को मोदी सरकार, विशेषकर सुषमा स्वराज की प्रशंसा करनी चाहिए.
महंगाई के विरुद्ध कांग्रेस को भाजपा का साथ देना होगा, न कि आप पार्टी की भांति हर बात पर विरोध प्रकट कर पुतले जला कर और जाम लगा कर सर्वसाधारण को कठिनाई में डालें. कांग्रेस को सतर्क विपक्ष की भूमिका निभानी होगी.
राकेश पाठक, ई-मेल से