बिहार में विगत दिनों से हो रही बारिश के बाद अब राजधानी पटना समेत पूरे बिहार में झील का नजारा दिख रहा है. पूरी राजधानी जलमग्न हो चुकी है.
स्टेशन, अस्पताल, स्कूल, कॉलेज, मॉल, थाना, विधानसभा, जिला मुख्यालयों से लेकर बेडरूम तक पानी भर गया है. जलनिकासी की समुचित व्यवस्था न होना सरकार के विकास की पोल खोल दी है. बिहार के विभिन्न जिलों के नगर निगम से नगर पंचायत तक सभी ने अपने हाथ खड़े कर दिये हैं. नालियों की गंदगी व सड़ांध से बीमारियों की आशंका से भी इन्कार नहीं किया जा सकता. असंगठित क्षेत्र के मजदूर वर्गों के लिए तो बारिश अभिशाप साबित हो रही है.
आमलोगों द्वारा कचरे का सही प्रबंधन न करने से नालियों में जाम की समस्या होती है. सरकार के साथ नागरिकों को भी जिम्मेदारी लेते हुए भविष्य में इस तरह की समस्याओं का स्थायी समाधान खोजना चाहिए.
सौरभ भारद्वाज, रोसड़ा (समस्तीपुर)