नरेंद्र मोदी की सरकार ने आते ही धमाकेदार कदम उठाये हैं. पहले शपथ ग्रहण समारोह में दक्षेस देशों को आमंत्रित करना, फिर ब्रिक्स देशों के सम्मेलन में जाना और अब जी-20 देशों के सम्मेलन में.इस तरह मोदी जी एक शक्तिशाली विश्व नेता बनने की ओर बढ़ रहे हैं. अब तक हमारी कमजोर विदेश नीति की वजह से भारत और उसकी राय को अंतराष्ट्रीय मंच पर तवज्जो शायद ही कभी मिली हो. आजादी के बाद सोवियत रूस का पिछलग्गू देश के रूप में ही हमें जाना जाता रहा है.
सोवियत रूस के पतन और इंदिरा गांधी के बाद हमारी हालत और पतली हो गयी और पिद्दी देश भी हमें आंख दिखाने लगे. इससे उबरने का प्रयास वाजपेयी सरकार ने किया था, परमाणु विस्फोट कर और अमेरिका को भी चुनौती देकर. आशा है मोदीजी की अगुवाई में भारत को दुनिया अब गंभीरता से लेगी.
नवीन सिन्हा, जमशेदपुर