पिछले दिनों कम अंतराल में ही घटित दो अलग-अलग हत्याकांडों ने भारतीय समाज को झकझोर कर रख दिया है. बंगाल के मुर्शिदाबाद में बंधु प्रकाश पाल की परिवार समेत नृशंस हत्या और अब उत्तर प्रदेश के लखनऊ में हिंदू महासभा से जुड़े नेता कमलेश तिवारी की दिनदहाड़े हत्या.
इन दोनों घटनाओं में एक महत्वपूर्ण समानता यह है कि दोनों की हत्या उनके घरों के अंदर की गयी. दोनों ही जगहों पर अपराधी इस कदर बेखौफ थे कि उन्होंने काफी सुविचारित तरीके से इन वारदातों को अंजाम दिया और आराम से निकल लिये. यह सब दुखद और भयावह है.
किसी भी धार्मिक, जातीय या आपराधिक समूह को समाज में भय का माहौल खड़ा करने की इजाजत नहीं दी जा सकती. पुलिस प्रशासन सुनिश्चित करे कि सभी अपराधी जल्द-से- जल्द पकड़े जाएं. फास्ट ट्रैक कोर्ट में मामले को ले जायें और उन अपराधियों को कठोर से कठोर सजा दी जाये.
चंदन कुमार, देवघर