ऋतु चक्र के माह बढ़ रहे आगे

प्रकृति ने वार्षिक चक्र के ऋतु माह को चार भागों में बांट कर प्रत्येक ऋतु को तीन माह दिये हैं, लेकिन वर्तमान में ऐसा देखा जाने लगा है कि प्रत्येक ऋतु के माह आगे बढ़ रहे हैं. परिवर्तन का प्रमुख कारण पर्यावरण का दूषित होना है. साथ ही अधिक जंगल काटने से ज्यादा कार्बन उत्सर्जन […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 5, 2019 5:19 AM
प्रकृति ने वार्षिक चक्र के ऋतु माह को चार भागों में बांट कर प्रत्येक ऋतु को तीन माह दिये हैं, लेकिन वर्तमान में ऐसा देखा जाने लगा है कि प्रत्येक ऋतु के माह आगे बढ़ रहे हैं. परिवर्तन का प्रमुख कारण पर्यावरण का दूषित होना है. साथ ही अधिक जंगल काटने से ज्यादा कार्बन उत्सर्जन होता है.
मौसम में परिवर्तन होने लगता है. यह तो सर्वविदित है ही कि वृक्षों से ताप का नियंत्रण होता है और वायुमंडल की विषाक्तता भी कम होती है. जितने अधिक वृक्ष होंगे, हमारा वातावरण उतना ही शुद्ध एवं स्वच्छ होगा. वृक्षों की कमी होने से वन्य प्राणियों के जीवन पर भी असर होता है. इस वक्त वृक्षारोपण और वृक्षों को काटने से बचाना बहुत जरूरी है, ताकि ऋतु चक्र एवं तापमान में असमय परिवर्तन न होने पाये और हमारा जीवन संपन्न बन सके.
संजय वर्मा, धार

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