लगे साइबर अपराध पर अंकुश
गलत राह पर चलने से अंजाम बुरा होता है, यह बात सब जानते हैं. लेकिन, कुछ लोग अंजाम की फिक्र किये बिना ही गलत मार्ग पर चल पड़ते हैं. उन्हीं में से एक हैं साइबर क्राइम वाले लोग. पैसे की लालच और शॉर्टकर्ट के चक्कर में कुछ लोग इसमें ऐसे जकड़ते चले जाते हैं कि […]
गलत राह पर चलने से अंजाम बुरा होता है, यह बात सब जानते हैं. लेकिन, कुछ लोग अंजाम की फिक्र किये बिना ही गलत मार्ग पर चल पड़ते हैं.
उन्हीं में से एक हैं साइबर क्राइम वाले लोग. पैसे की लालच और शॉर्टकर्ट के चक्कर में कुछ लोग इसमें ऐसे जकड़ते चले जाते हैं कि उन्हें लगता भी नहीं कि वे जुर्म कर रहे हैं. वे जिनका पैसा चुरा रहे हैं, उन पर क्या गुजरती होगी, यह बात वे तनिक भी नहीं सोचते. बिना मेहनत के और कम समय में अत्यधिक पैसा कमाने के कारण वे पैसे की कीमत भी नहीं समझते और नशा एवं न जाने क्या-क्या शौक पाल लेते हैं.
इसके कारण उनके लिए जुर्म की दुनिया से बाहर निकलना मुश्किल हो जाता है. प्रशासन और बैंकों द्वारा लोगों को जागरूक करने के बाद भी आये दिन अखबारों में साइबर ठगी के मामले देखने को मिल जाते हैं, जिससे पता चलता है कि प्रशासन की कोशिशों के बावजूद साइबर अपराध पर अंकुश नहीं लगाया जा सका है.
सुकुमार शेखर, इमेल