पर्यावरण का रखें खयाल
वातावरण को स्वच्छ बनाने में छोटी-छोटी बातों पर अमल कर सहयोग कर सकते हैं. जैसे सिगरेट के टोटे जब फेंके जाते हैं, तो उनमें तंबाकू का एक हिस्सा जुड़ा होता है, जिसमें निकलनेवाला निकोटिन भी हमारे पर्यावरण को जहरीला बनाता है. महज आठ या दस मिनट तक के परोक्ष धूम्रपान से व्यक्ति के रक्तचाप में […]
वातावरण को स्वच्छ बनाने में छोटी-छोटी बातों पर अमल कर सहयोग कर सकते हैं. जैसे सिगरेट के टोटे जब फेंके जाते हैं, तो उनमें तंबाकू का एक हिस्सा जुड़ा होता है, जिसमें निकलनेवाला निकोटिन भी हमारे पर्यावरण को जहरीला बनाता है. महज आठ या दस मिनट तक के परोक्ष धूम्रपान से व्यक्ति के रक्तचाप में वृद्धि, हृदय की धड़कनों में वृद्धि, खून की नलिकाओं में सिकुड़न जैसे घातक प्रभाव पड़ते है.
अंतरराष्ट्रीय श्रम संगठन के अनुसार, इस प्रकार के परोक्ष धूम्रपान के कारण विश्वभर में प्रतिवर्ष दो लाख व्यक्ति मृत्यु का शिकार होते हैं. ग्लोबल यूथ टोबैको सर्वे के अनुसार, परोक्ष धूम्रपान से 36.4 प्रतिशत बच्चे घरों में धुएं से प्रभावित हो रहे हैं और विश्व में 70 करोड़ बच्चों को अप्रत्यक्ष रूप से धूम्रपान का शिकार होना पड़ रहा है. दुनियाभर में हर साल 4.5 लाख करोड़ सिगरेट के टोटे कश लगाने के बाद फेंक दिये जाते हैं. खुशहाल जिंदगी जीने के लिए उत्पाद पर लिखी चेतावनी को भी गंभीरता से लेना होगा, ताकि पर्यावरण स्वच्छ हो सके.
संजय वर्मा, धार, मध्य प्रदेश