इतने साल पुराने रिकॉर्ड!
आलोक पुराणिक वरिष्ठ व्यंग्यकार puranika@gmail.com ठंड है, यह बात ऐसी है इन दिनों जैसे कोई कहे कि राजनीति में करप्शन है. है भी, बिल्कुल है, बिल्कुल साफ तौर पर है. राजनीतिक करप्शन, पराली के धुएं, डेंगू बुखार और सर्दी के बावजूद आम आदमी जिंदा रह जाता है, ताकि अगले चुनाव में वोट कर सके और […]
आलोक पुराणिक
वरिष्ठ व्यंग्यकार
puranika@gmail.com
ठंड है, यह बात ऐसी है इन दिनों जैसे कोई कहे कि राजनीति में करप्शन है. है भी, बिल्कुल है, बिल्कुल साफ तौर पर है. राजनीतिक करप्शन, पराली के धुएं, डेंगू बुखार और सर्दी के बावजूद आम आदमी जिंदा रह जाता है, ताकि अगले चुनाव में वोट कर सके और डिस्काउंट पर बिकनेवाले तमाम आइटम खरीद सके. आम आदमी का इससे ज्यादा इस्तेमाल लोकतंत्र में नहीं है.
वोट करके पक्का नहीं होता है कि अजित पवार उधर की साइड से डिप्टी सीएम बन जायेंगे, या इधर की साइड से.हालांकि अजित पवार तो ऐसे कलाकार नेता हैं कि वह किसी भी साइड से सीएम बन सकते हैं, पर तमाम नेता ऐसे हैं, जिनके बारे में नहीं पता कि वो कुछ बनेंगे या नहीं. महाराष्ट्र में चार बार रहे एक विधायक ने इस्तीफा दिया, इस बात पर कि उसका नंबर ना आया मंत्रिमंडल में. महाराष्ट्र में एक दर्जन से ज्यादा मंत्री ऐसे हैं, जो किसी राजनीतिक खानदान से आते हैं, वंशवादी परंपरा से आते हैं. इससे साबित सिर्फ यही होता है कि लोकतंत्र न सिर्फ मजबूत हो रहा है, बल्कि पीढ़ी भी लगातार मजबूत हो रही है. हालांकि इसमें आम आदमी की भूमिका भी है, वोट देने की. और कित्ता लोकतंत्र चाहिए आम आदमी को?
आम आदमी वोट देने के लिए होता है और डरने के लिए होता है. एंकर रोज सुबह आकर टीवी पर डराता है- 119 साल का रिकाॅर्ड टूट गया ठंड का.
यह खबर भले ही डरानेवाली हो, पर एक तरह से आश्वस्त करनेवाली भी होती है कि सरकारी दफ्तरों में 119 सालों के रिकाॅर्ड मौजूद हैं. हाल यह है कि दस साल पुराना कोई कागज किसी सरकारी दफ्तर में तलाशने जाओ, तो कर्मचारी हाथ खड़े कर देते हैं. डर यह है कि एक चैनल ने अगर 119 साल पुराना रिकाॅर्ड तोड़ा है, तो दूसरा चैनल जरूर 238 साल पुराना रिकाॅर्ड तोड़ेगा.
ठंड होती है, पर लगती तब है, जब टीवी एंकर बता देता है कि इतने साल पुराना रिकाॅर्ड टूट गया है, देखते रहिए हमारा चैनल, सिर्फ हमारा चैनल. ठंड के बारे में खास खबरें.
एंकर तो 119 साल की रिकाॅर्ड तोड़ ठंड में भी सूट-टाई लगाकर काम पर निकल आया है और हमसे कह रहा है कि देखते रहिये उसका चैनल, कहीं ना जाइए.
चैनलवालों की अमिताभ बच्चन से सांठ-गांठ है. चैनल वाले खुद काम पर आते हैं और हमसे कहते हैं कि देखते रहिए चैनल. फिर अमिताभ बच्चन आते हैं चैनल पर, जो सुबह से शाम तक कुछ न कुछ बेच जाते हैं. भई टीवी चैनल वाले तू ठंड बेचते रहियो, अमिताभ बच्चन पंप से लेकर ज्वेलरी बेचते रहें, और हम सब खरीदते रहें, हम न जाएं अपने काम पर. हम सिर्फ चैनल देखते रहें और सामान खरीदते रहें.
ठंड के अब 354 सालों के रिकाॅर्ड टूटेंगे. और 472 साल के रिकाॅर्ड भी टूटेंगे. मौसम विभाग का एक सरकारी अफसर मुझसे पूछ रहा है- टीवी चैनल वाले इतने पुराने रिकाॅर्ड लाते कहां से हैं? मैंने बताया- वहीं से, जहां से टीवी चैनलों पर भानगढ़ किले के भूत लाये जाते हैं.