ईमानदारी से काम करने होंगे
ट्रांसपैरेंसी इंटरनेशनल ने दावोस में विश्व आर्थिक मंच की सालाना बैठक के दौरान भ्रष्टाचार धारणा सूचकांक को जारी किया. इस सूची में सार्वजनिक क्षेत्र के भ्रष्टाचार के मामलों में 180 देशों को रखा गया था. इस साल भ्रष्ट देशों की सूची में भारत दो स्थान फिसल गया है. भारत 180 देशों की सूची में 80वें […]
ट्रांसपैरेंसी इंटरनेशनल ने दावोस में विश्व आर्थिक मंच की सालाना बैठक के दौरान भ्रष्टाचार धारणा सूचकांक को जारी किया. इस सूची में सार्वजनिक क्षेत्र के भ्रष्टाचार के मामलों में 180 देशों को रखा गया था. इस साल भ्रष्ट देशों की सूची में भारत दो स्थान फिसल गया है. भारत 180 देशों की सूची में 80वें पायदान पर है, जबकि साल 2018 में भारत 78वें स्थान पर था.
इस रिपोर्ट का मुख्य उद्देश्य राजनीतिक शक्ति पर जांच और संतुलन बनाये रखनेवाली संस्थाओं को मजबूत रखना, भ्रष्टाचार विरोधी कानून को मजबूती देना तथा नागरिकों एवं समाज को आर्थिक सुरक्षा प्रदान करना है. भारत के चौतरफा विकास के लिए भ्रष्टाचार को पूरा शून्य करना बहुत जरूरी है. इस हिसाब से हमें ईमानदारी से सारे काम करने होंगे.
अमर कुमार यादव, धनबाद, झारखंड