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भोजपुरी भाषा के सम्मान से खिलवाड़
पूरे विश्व में करोड़ों लोगों द्वारा बोली जानेवाली भोजपुरी भाषा संस्कृत और हिंदी की सहचारिणी भाषा है. नेपाल, भारत, सुरीनाम, गुयाना, मॉरीशस, ट्रिनिडाड एवं टोबैगो, फिजी आदि अनेक देशों की मुख्य भाषा अपने साहित्य और सुंदरता के लिए विख्यात है, परंतु आज इस भाषा की गिरावट को देख कर मन दुख व गुस्से से भर […]
पूरे विश्व में करोड़ों लोगों द्वारा बोली जानेवाली भोजपुरी भाषा संस्कृत और हिंदी की सहचारिणी भाषा है. नेपाल, भारत, सुरीनाम, गुयाना, मॉरीशस, ट्रिनिडाड एवं टोबैगो, फिजी आदि अनेक देशों की मुख्य भाषा अपने साहित्य और सुंदरता के लिए विख्यात है, परंतु आज इस भाषा की गिरावट को देख कर मन दुख व गुस्से से भर जाता है.
अश्लील गानों का यह पर्याय बन गयी है. वाहनों, शादी- पार्टियों, यहां तक पूजनोत्सव समारोहों में बच्चों द्वारा एक सभ्य भाषा के अश्लील व द्विअर्थी शब्दों के गानों पर हो रहे भड़कीले नृत्य हमारी सांस्कृतिक विरासत को अनैतिकता के गहरी खाई में धकेलते नजर आते हैं. उत्सवों में अश्लील गानों के बजने पर रोक लगनी चाहिए, ताकि इस प्राचीन भाषा की विरासत बची रहे.
प्रो भावेश कुमार, बेंगलुरु
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