हमारे पड़ोसी देश, पाकिस्तान और चीन अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे हैं. अपनी ओर से तमाम राजनीतिक प्रयासों और संदेशों के बावजूद सीमा पर गोलीबारी और घुसपैठ की घटनाएं जारी हैं.पिछली यूपीए सरकार में तो इन दोनों मुल्कों ने कई नागवार हरकतें की, लेकिन सरकार कोई स्टैंड नहीं ले पायी. भाजपा के नेतृत्व वाली नयी सरकार से जनता को ढेर सारी उम्मीदें हैं. देश की रक्षा-सुरक्षा के मोरचे पर जनता चाहती है कि नयी सरकार आतंकवाद रोके और चीन व पाकिस्तान को कड़ा संदेश दे.
जवाबी कार्रवाई के तौर पर हमारी सेना को इतनी छूट तो मिलनी ही चाहिए कि वह दुश्मन को मुंहतोड़ जवाब दे सके. जैसा कि बार-बार बताया जाता है कि पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में आतंकी कैंप चलते हैं, तो हमारी सेना को उन क्षेत्रों में लड़ाकू विमान भेजने की इजाजत दी जानी चाहिए. आकृति पांडेय, मधुपुर