अच्छा संदेश दे गया प्रधानमंत्री का दौरा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने झारखंड की कई परियोजनाओं का रांची में ऑनलाइन उदघाटन व शिलान्यास करने के साथ कई घोषणाएं कीं. प्रधानमंत्री बनने के बाद पहली बार मोदी झारखंड आये थे. राज्य के दौरे से ठीक पहले उन्होंने कैबिनेट की बैठक कर खनिजों की रायल्टी बढ़ाने को स्वीकृति दी थी. इससे संदेश गया कि प्रधानमंत्री […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 22, 2014 1:21 AM

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने झारखंड की कई परियोजनाओं का रांची में ऑनलाइन उदघाटन व शिलान्यास करने के साथ कई घोषणाएं कीं. प्रधानमंत्री बनने के बाद पहली बार मोदी झारखंड आये थे.

राज्य के दौरे से ठीक पहले उन्होंने कैबिनेट की बैठक कर खनिजों की रायल्टी बढ़ाने को स्वीकृति दी थी. इससे संदेश गया कि प्रधानमंत्री के दिल में झारखंड के लिए खास जगह है. चाहे पावर ग्रिड का उदघाटन हो, नार्थ कर्णपुरा प्रोजेक्ट का शिलान्यास या अन्य घोषणाएं, ये सभी विकास के सूचक हैं. प्रधानमंत्री यही संदेश देना चाहते थे कि केंद्र की सरकार राज्य के विकास के प्रति चिंतित है.

झारखंड में चुनाव इसी साल होना है. इसे ध्यान में रखते हुए इस सरकारी कार्यक्रम के लिए भाजपा ने पूरी तैयारी की थी. प्रधानमंत्री ने अपने भाषण के दौरान यह संकेत दे ही दिया कि झारखंड तभी विकास कर सकता है, जब यहां स्थिर सरकार हो. उन्होंने अपनी सरकार का उदाहरण दिया कि वे सब कुछ इसलिए कर पा रहे हैं क्योंकि उन्हें बहुमत मिला है. इशारा साफ था कि आगामी विधानसभा चुनाव में बहुमत की सरकार बने, तभी अच्छे निर्णय लेने में आसानी होगी. एक तरह से प्रधानमंत्री ने झारखंड में चुनावी बिगुल फूंक दिया. भाषण में कई बार प्रधानमंत्री ने झारखंड को उसकी ताकत का अहसास कराया. कहा कि यह विकसित राज्य बन सकता है. इसमें गुजरात से भी ज्यादा समृद्ध राज्य बनने की क्षमता है. यह भी बताया कि यही झारखंड देश के दूसरे राज्यों में रोशनी ला सकता है.

प्रधानमंत्री के भाषण का समय भले ही कम था, लेकिन दायरा काफी बढ़ा था. वे राज्यों को मजबूत करने के पक्ष में दिखे. बगैर मांगे राज्यों के हक को देने के पक्ष में थे. इतना ही नहीं, उनका मानना था कि सिर्फ पश्चिमी भारत के विकास से देश का विकास नहीं हो सकता. इसके लिए पूर्वी भारत को भी विकसित करना पड़ेगा. सभा में कुछ कार्यकर्ता जब अनियंत्रित हो गये और मुख्यमंत्री के भाषण के दौरान हुड़दंग करने का प्रयास किया तो प्रधानमंत्री ने मना किया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का यह कार्यक्रम आगामी विधानसभा चुनाव में कितना असर डालेगा, यह तो वक्त बतायेगा, लेकिन चुनाव जीतने के तीन माह के अंदर झारखंड जैसे छोटे राज्य में दोबारा आ कर उन्होंने झारखंड की जनता का सम्मान किया है.

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