सत्यार्थी को नोबेल मिलने का है गर्व

बचपन बचाओ आंदोलन के मुखिया कैलाश सत्यार्थी को संयुक्त रूप से नोबेल पुरस्कार मिलना देश के लिए गौरव की बात है. कैलाश सत्यार्थी ने बालश्रम उन्मूलन के लिए जो प्रयास किये, उसके लिए पूरा देश कायल है. हालांकि बालश्रम उन्मूलन के लिए हमारे देश के लोकतांत्रिक संविधान में कानून भी बनाया गया है, लेकिन इसकी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 28, 2014 4:48 AM

बचपन बचाओ आंदोलन के मुखिया कैलाश सत्यार्थी को संयुक्त रूप से नोबेल पुरस्कार मिलना देश के लिए गौरव की बात है. कैलाश सत्यार्थी ने बालश्रम उन्मूलन के लिए जो प्रयास किये, उसके लिए पूरा देश कायल है. हालांकि बालश्रम उन्मूलन के लिए हमारे देश के लोकतांत्रिक संविधान में कानून भी बनाया गया है, लेकिन इसकी सफलता देश के सामाजिक विवेक पर निर्भर करती है.

संविधान की धारा 24 के माध्यम से हमें मौलिक अधिकार मिलने के साथ ही बालश्रम पर रोक लगाने का भी अधिकार दिया गया है. वहीं, राज्य के नीति निर्देशक तत्व के अनुच्छेद 39 के तहत यह राज्य का कर्तव्य बालश्रम उन्मूल करने का बनता है. उधर, बालक नियोजन अधिनियम 1938, बालश्रम 1933 और बालश्रम प्रतिरोध और विनिमय के अलावा अन्य कानून भी हैं, मगर सब बेकार.

प्रदीप कुमार सिंह, रामगढ़

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