आज इंसानियत का कोई मोल नहीं रह गया है. हम जानवरों से भी बदतर व्यवहार करने लगे है. इसका एक ताजा उदाहरण पाकिस्तान में देखने को मिला है. जहां आतंकियों ने स्कूली बच्चों और शिक्षकों को बेरहमी से मार डाला. इस घटना के बाद आज स्थिति ऐसी हो गयी है, कि लोग अपने बच्चों को स्कूल भेजने में भी डरने लगे हैं.
इस घटना ने पाकिस्तान ही नहीं, भारत के अभिभावकों को भी भयभीत कर दिया है. कहा जाता है कि बच्चे देश का भविष्य होते हैं. अगर बच्चे स्कूल जायेंगे ही नहीं, तो देश का भविष्य कैसे सुधरेगा. सुनने में आया है कि आतंकवाद के खिलाफ भारत, पाकिस्तान और अफगानिस्तान समेत कई देश मिल कर काम कर रहे हैं. यह सही भी है, क्योंकि जब तक इसका डट कर मुकाबला नहीं किया जायेगा, तब किसी भी देश का भविष्य संवर नहीं सकेगा.
अनिकेत सौरव, हंसडीहा