कचरा फैलानेवालों की करें सफाई

स्वच्छता अभियान के नाम पर अमीरों, नेताओं और सामाजिक संगठनों की ओछी हरकतों से अक्सर मैं सहम जाता हूं. मेरी सोच है कि काश! यह अभियान स्वच्छ शहर बनाने का सामाजिक अभियान होता. एकता और भाईचारे का अभियान होता. मैं सवाल करता हूं कि आप किस कचरे की सफाई करना चाहते हैं. कचरे की या […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 23, 2014 5:14 AM
स्वच्छता अभियान के नाम पर अमीरों, नेताओं और सामाजिक संगठनों की ओछी हरकतों से अक्सर मैं सहम जाता हूं. मेरी सोच है कि काश! यह अभियान स्वच्छ शहर बनाने का सामाजिक अभियान होता. एकता और भाईचारे का अभियान होता. मैं सवाल करता हूं कि आप किस कचरे की सफाई करना चाहते हैं. कचरे की या फिर कचरा पैदा करनेवालों की? उसकी सफाई क्यों नहीं की जाती, जो कचरा पैदा करते हैं? सरकार तरह-तरह के प्लास्टिक पाउच बनानेवालों को लाइसेंस ही क्यों देती है?
स्वच्छता अभियान के नाम पर नौटंकी करनेवालों को चाहिए कि वह स्वच्छ शहर व समाज अभियान चलायें. वे कचरे के बजाय कचरा फैलानेवालों की सफाई करें. क्यों कोई बच्च कचरे के ढेर में अपने भविष्य का कचरा करेगा! उसकी लाचारी और गरीबी उसके भविष्य पर क्यों भारी पड़ेगी? वह भी स्कूल में जाकर अमीरों और समर्थ लोगों के बच्चों की तरह पढ़ाई क्यों नहीं करेगा? क्यों वह किसी ढाबे पर शराबियों-कबाबियों के बीच भद्दी-भद्दी गालियां सुनेगा? क्यों कोई नौनिहाल सड़कों के किनारे अमीरों और गाड़ीवालों के सामने हाथ फैला कर भीख मांगेगा? क्यों कोई बेटी-बहन दहेज के अभाव में असमय काल-कवलित होगी?
अगर सही मायने में सफाई अभियान चलाना है, तो सामाजिक, आर्थिक और पर्यावरणीय स्तर पर जो लोग कचरा फैलाने का काम कर रहे हैं, सबसे पहले उनकी सफाई की जानी चाहिए. आज समाज के हर स्तर पर व्याप्त कचरे और कचरा फैलानेवालों को मिटाने की दरकार है. हमें उस हर कचरे को मिटाना होगा, जो सामाजिक तौर पर देश में कचरा फैलाने का काम कर रहा है.
रागदेश पंथ, जमशेदपुर

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