सियासी गलियारे में पहली बार झारखंड में किसी एक पार्टी ने बहुमत हासिल किया है. यह लोकतंत्र की सबसे बड़ी जीत है, लेकिन सोचने वाली बात यह है कि झारखंडवासियों ने भाजपा को वोट नहीं किया. उन्होंने देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी में अपने सपनों को देखा है.
पहली बार जनता ने अपना निजी स्वार्थ, लालच, जातिवाद से ऊपर उठ कर भविष्य में विकास की सीढ़ी को देखा है. यह जनता की जीत है किसी पार्टी की नहीं. अब देखना यह है कि वाकई में मोदी जी झारखंड को अपना अभिन्न अंग मानते है या नहीं. अगर मानते हैं, तो स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ मस्तिष्क का वास होता है, जो जनता के हित में है. आखिरकार जनता को जागना ही पड़ा. 14 साल बाद ही सही, झारखंड की जनता जागी तो है. वैसे भी किशोरावस्था में ही बालकों की बुद्धि का विकास भी होता है.
बी सूर्यवंशी, देवघर