बेरोजगारों के भाग्योदय की उम्मीद

झारखंड के नये मुख्यमंत्री रघुवर दास को युवा बेरोजगारों व यहां के जेपीएससी मेधा घोटाले के भुक्तभोगियों की ओर से बहुत- बहुत बधाई. उम्मीद और पूर्ण विश्वास है कि अब यहां बेरोजगारों का भाग्योदय जरूर होगा. बेरोजगारों की पीड़ा को समझा जा सकेगा तथा उन पीड़ितो को न्याय मिलेगा. मुख्यमंत्री जी, राज्य के बेरोजगारों की […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 2, 2015 6:18 AM
झारखंड के नये मुख्यमंत्री रघुवर दास को युवा बेरोजगारों व यहां के जेपीएससी मेधा घोटाले के भुक्तभोगियों की ओर से बहुत- बहुत बधाई. उम्मीद और पूर्ण विश्वास है कि अब यहां बेरोजगारों का भाग्योदय जरूर होगा. बेरोजगारों की पीड़ा को समझा जा सकेगा तथा उन पीड़ितो को न्याय मिलेगा.
मुख्यमंत्री जी, राज्य के बेरोजगारों की विडंबना ही है कि किसी राजनीतिक दल ने इस चुनाव में झारखंड के मेधा घोटाले का अपने चुनाव अभियान में जिक्र तक नहीं किया और न ही इसे अपना चुनावी मुद्दा बनाया. चुनाव परिणामों में पूर्व मुख्यमंत्रियों की हार ने यह सिद्ध कर दिया कि जनता ने उन्हें सबक सिखाने में कोई कसर नहीं छोड़ी.
मैं इस अखबार के माध्यम से उन तमाम झारखंड के बेरोजगार युवाओं की पीड़ा से अवगत कराना चाहता हूं, जिन्होंने राज्य के गठन के समय से ही सरकार से अपने बेहतर भविष्य अपेक्षाएं पाल रखी थीं. बीते 14 वर्षों में यहां की सरकार की नीतियों और शीर्ष नियोजन की अनुशंसा करनेवाली संवैधानिक संस्था झारखंड लोक सेवा आयोग में व्याप्त भ्रष्टाचार ने युवाओं के सपनों पर पानी फेर दिया, जिससे राज्य के सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी कर रहे हजारों युवाओं का कैरियर बुरी तरह तबाह हो गया. हम जैसे न जाने कितने बेरोजगारों के नियोजन की सरकारी उम्रसीमा तक समाप्त हो गयी.
हमारे माता-पिता की उम्मीदें धरी की धरी रह गयीं. प्रथम व द्वितीय सिविल सेवा परीक्षा में व्याप्त धांधली को देखते हुए निगरानी ब्यूरो की जांच के बाद हाई कोर्ट ने तो कुछ नियुक्तियों को रद्द करने की अनुशंसा कर उसकी दोबारा जांच सीबीआइ से करवाना शुरू कर दिया है. उम्मीद है कि रोजगारों को न्याय मिलेगा. आप भी ध्यान दें, तो और भला होगा.
पंकज पीयूष, ई-मेल से

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