भूमि अधिग्रहण के विरोध को समझें
झारखंड में जमीन अधिग्रहण एक प्रमुख समस्या है. बीते 14 सालों में विकास नहीं हो पाने का एक कारण जमीन अधिग्रहण नहीं होना भी है. इसके पीछे किसानों द्वारा जमीन नहीं देना है. अब सवाल उठता है कि आखिर जमीन अधिग्रहण का किसानों द्वारा क्यों विरोध किया जाता है. इसके कई कारण हो सकते हैं. […]
झारखंड में जमीन अधिग्रहण एक प्रमुख समस्या है. बीते 14 सालों में विकास नहीं हो पाने का एक कारण जमीन अधिग्रहण नहीं होना भी है. इसके पीछे किसानों द्वारा जमीन नहीं देना है. अब सवाल उठता है कि आखिर जमीन अधिग्रहण का किसानों द्वारा क्यों विरोध किया जाता है.
इसके कई कारण हो सकते हैं. एक तो यह है कि किसानों को विस्थापन का भय सताता है. वस्तुत: झारखंड में भूमि अधिग्रहण के बाद किसानों को उनके हाल पर छोड दिया गया. दूसरा यह कि जब भी भूमि अधिग्रहण की बात आती है, तो ज्यादातर आदिवासियों की जमीन को ही लिया जाता है. आदिवासियों को जमीन जान से भी अधिक प्यारी होती है. लेकिन उनकी जमीन ले लेने के बाद, उनको पूछने वाला कोई नहीं होता है. नयी सरकार को इसे लेकर आ रही अड़चनों पर विशेष ध्यान देना होगा.
रूपलाल बेदिया, रांची