राज्य की छवि को लेकर वाजिब चिंता
राज्य के सीएम रघुवर दास ने भाजपा कार्यकर्ताओं को साफ संदेश दिया है कि वे जमीनी स्तर पर अपना काम करें, सरकार अपना काम करेगी. वैसा काम नहीं होगा, जिससे कि कार्यकर्ताओं का मान घटे. लेकिन लगे हाथ उन्होंने यह भी कहा कि कार्यकर्ता भी सरकार चलाने में साथ दें. जनता ने जो विश्वास दिखाया […]
राज्य के सीएम रघुवर दास ने भाजपा कार्यकर्ताओं को साफ संदेश दिया है कि वे जमीनी स्तर पर अपना काम करें, सरकार अपना काम करेगी. वैसा काम नहीं होगा, जिससे कि कार्यकर्ताओं का मान घटे. लेकिन लगे हाथ उन्होंने यह भी कहा कि कार्यकर्ता भी सरकार चलाने में साथ दें. जनता ने जो विश्वास दिखाया है, उस पर खरा उतरें. इसके लिए जरूरी है कि कार्यकर्ता जनता के संपर्क में रहें और जनताव सत्ता के बीच की कड़ी बनें. सबसे बड़ी जरूरत झारखंड की गिरती छवि में सुधार लाने की है. कार्यकर्ता सम्मेलन में इसको लेकर सीएम ने चिंता भी जतायी. कहा : पिछले 14 वर्षो में झारखंड काफी बदनाम हो गया है. इसकी छवि सुधारने का यही समय है. यह तभी संभव है जब सबलोग मिल कर प्रयास करें. मुख्यमंत्री की चिंता वाजिब है.
आज स्थिति यह है कि किसी भी सरकारी दफ्तर में बिना पैरवी के काम नहीं होता. पैरवी नहीं है, तो पैसा चाहिए. ट्रांसफर-पोस्टिंग उद्योग का रूप ले चुका है. इसकी आड़ में करोड़ों का खेल होता है. राज्य में एक ऐसा लॉबी है, जिसका काम सिर्फ सत्ता से सट कर मनमाफिक काम करवाना होता है. इस लॉबी की पकड़ बहुत मजबूत है. जाहिर है ऐसे काम में वैसे लोग और अफसरों का एक वर्ग शामिल है, जो या तो सत्ता के करीब है या फिर करीब होने का दावा करता है. ऐसे में मुख्यमंत्री के सामने बड़ी चुनौती है कि वह कैसे ऐसे लोगों से दूरी बनाते हैं. ऐसा नहीं है कि सीएम ने कार्यकर्ताओं को सत्ता से दूर रहने के हिदायत दी है.
बल्कि उन्हें अधिक जिम्मेवार बनने की बात कही है. उन्होंने कहा कि कार्यकर्ता सरकारी कार्यालयों में जाकर यह देखें कि सीओ और बीडीओ समय पर कार्यालय में बैठ रहे हैं या नहीं. अगर अफसर कार्यालय में नहीं बैठे मिलें, तो इसका एक फोटो खींच कर भेज दें. लेकिन साथ ही आगाह किया है कि किसी के खिलाफ दुर्भावना से प्रेरित होकर काम नहीं करें. मुख्यमंत्री राज्य की विधि-व्यवस्था को लेकर भी काफी गंभीर हैं. उन्हें पता है कि जब तक कानून का भय नहीं कामय होगा, तब तक अपराध पर लगाम लगाना मुिश्कल है. सम्मेलन के दौरान उन्होंने स्पष्ट किया कि राज्य की जनता को सुरक्षा देना उनकी पहली प्राथमिकता है. कहा : लोगों की सुरक्षा से समझौता नहीं किया जायेगा. मुख्यमंत्री की बातों पर कार्यकर्ता कितना अमल करते हैं, यह देखना काफी दिलचस्प होगा.