राज्य में खेल शिक्षकों की नियुक्ति हो
झारखंड के सरकारी स्कूलों में शारीरिक शिक्षा को तवज्जो नहीं दी जा रही है. हालांकि, निजी स्कूलों में इसे आगे बढ़ाया जा रहा है. पढ़ाई के साथ खेल-कूद भी जरूरी है और सरकारी स्कूलों में खेल शिक्षकों की नियुक्ति के बिना ऐसा कर पाना संभव नहीं है. ऐसा भी नहीं है कि राज्य में खेल […]
झारखंड के सरकारी स्कूलों में शारीरिक शिक्षा को तवज्जो नहीं दी जा रही है. हालांकि, निजी स्कूलों में इसे आगे बढ़ाया जा रहा है. पढ़ाई के साथ खेल-कूद भी जरूरी है और सरकारी स्कूलों में खेल शिक्षकों की नियुक्ति के बिना ऐसा कर पाना संभव नहीं है. ऐसा भी नहीं है कि राज्य में खेल शिक्षकों की कमी है. यहां बीपीएड, एमपीएड करके अनेक छात्र-छात्रएं बेकारी का दंश ङोल रहे हैं.
आज के डेढ़ दशक पहले सरकारी स्कूलों में खेल शिक्षक नियुक्त किये जाते थे और शारीरिक शिक्षा दी जाती थी, लेकिन इधर इसका चलन समाप्त होता दिखायी दे रहा है. राज्य के शिक्षा सचिव से अनुरोध है कि वे इस विषय पर गंभीरता से विचार करें और सरकारी स्कूलों में खेल शिक्षकों की नियुक्ति के संबंध में समुचित कदम उठाने का प्रयास करें. इससे राज्य के हजारों प्रशिक्षित खेल शिक्षकों का भला होगा.
कृष्णा अधिकारी, घाटशिला