जिंदा व्यक्ति के फोटो पर फूलमाला?
आमतौर पर हमारे देश में किसी व्यक्ति की तस्वीर पर उसके स्वर्ग सिधारने के बाद फूलमाला पहनायी जाती है, लेकिन 30 जनवरी को भाजपा द्वारा समाचार पत्रों के मुख पृष्ठ पर प्रकाशित विज्ञापन में प्रख्यात गांधीवादी नेता अन्ना हजारे के चित्र पर फूलमाला दिखाई गयी है, जो सरासर गलत है. इससे आम आदमी पार्टी को […]
आमतौर पर हमारे देश में किसी व्यक्ति की तस्वीर पर उसके स्वर्ग सिधारने के बाद फूलमाला पहनायी जाती है, लेकिन 30 जनवरी को भाजपा द्वारा समाचार पत्रों के मुख पृष्ठ पर प्रकाशित विज्ञापन में प्रख्यात गांधीवादी नेता अन्ना हजारे के चित्र पर फूलमाला दिखाई गयी है, जो सरासर गलत है.
इससे आम आदमी पार्टी को ही नहीं, बल्कि देश के अन्य लोगों को भी दुख पहुंचा है. साथ ही, लोगों को कुछ कहने का अवसर भी मिल गया. यह बात अलग है कि आम आदमी पार्टी का उदय अन्ना आंदोलन के बाद हुआ, लेकिन किसी राजनीतिक दल द्वारा इस तरह की हरकत करना हास्यास्पद है. आम आदमी पार्टी और भाजपा की लड़ाई में कहीं ऐसा न हो कि तीसरे दल के रूप में कांग्रेस को वोट में राजनीतिक लाभ मिल जाये. सवाल यह भी है कि आखिर इस मसले में पीएम चुपी क्यों साध लिये हैं.
वेद, नरेला